"मृत्युप्रमाणप्रत्र"
जन्म के नाम पते के साथ
प्रमाणपत्र मैं ही देता हूं
यहां तक उसकी मृत्यु को भी
अभिपुष्ट मैं ही करता हूं
मैं मुत्युप्रमाणप्रत्र हूँ!
करोनाकाल में नगरनिगम के पास
माता पिता दोनों के अलग अलग
पुत्र के मृत्यु का आवेदन आया
मैं सोच में पड़ गया
ऐसा कौन सा युग आया
देखा पहला आवेदन किसका आया
मां ने पहले आवेदन अर्ज किया था
नगरनिगम के महीनों चक्कर लगाने पर
ये फैसला उपमेयर का आया
पहला हक जन्मदाता का है
पालक का स्थान द्वितिय है
पूजन मैं तो पहले लक्ष्मी फिर गणेश है
राधा फिर कृष्ण है शक्ति फिर शिवा है
फिर ये भेदभाव क्यों जग में है!
मां ने पहले जाकर मृत्यु प्रमाणपत्र पाया
पर अपने नाम में त्रुटि पाया
कम्प्यूटर स्टाफ ने अस्पष्ट लिखावट
आवेदक की गलती बताया
जो की पिताजी ने लिखा था
महीनों चप्पल घिसने पर
नाम में सुधार न हुआ
पिताजी के आवेदन को
फिर से जमा करने कहा गया
मां को कोरोना का लाभ मिला
पिताजी को गुस्सा आया
मैंने आज तक पढ़ाया लिखाया
तुमने क्या किया उसके लिए
मां का जबाव आया नौ महीने कौख में पाला।
इन्सोरेन्स के पैसे भी मिले
सत्य की ही जीत हुई
कोरोना ने दुनिया को
रिश्तों का सच दिखाया।
कुमारी अर्चना
मौलिक रचना
कटिहार,बिहार