वायरल ये कैसा एंटीवायरस है
पहले वायरल होकर कम्पयूटर के
सीपीयू को बेकार करता था
अब समाजिक व्यवस्था को!
किसी का उप्स दिखाया देता तो
किसी का आएएस का
एय्यासी विडियो वायरल होता
किसी का न्यूड फोटो वायरल होता तो
किसी का सेक्स विडियो वायरल
किसी नेता का भष्ट्राचार करता
विडियो जारी होता
तो मोदी जी द्वारा जूता पहन कर
झंडा फहराने का!
जाने अनजाने सब कुछ कैसे
वायरल हो रहा वर्षों से दफ़न पड़ा सच
सामने आ जाता आये दिन किसी ना किसी का
विडियो वायरल हो जाता
कोई खुद से करवाता तो कोई किसी और से करवाता
तो कभी कोई और फ़न में कर देता!
कोई विश्व प्रसिद्ध होना चाहते तो
कोई फिल्म हिट करना चाहता
कोई अपनी रेट बढ़ाना चाहता
तो कोई अपनी पहचान बनाना चाहता
कोई विश्व पटल पे छा जाना चाहता तो
कोई खबरों में बना रहना चाहता
कोई खुब नाम कमाना चाहता
तो कोई किसी को बदनाम करवाना चाहता इसलिए बिना कुछ किए भी
सब कुछ वायरल हो जाता!
हे प्रभु जी कैसा अच्छा दिन आया है भरी दुनिया में इन्सान कपड़ेवाले को कपड़े और
नंगे को नंगा कर रहा
झूठी वाह वाही के लिए
सब छलावे की दुनिया में
खुद को ही छल रहे
फिर बैठ ए.सी के कमरों में बैठ
तमाशे का मज़ा ले रहे!
वायरल हो गया वायरल हो गया
जोर शोर से चिला रहे!
कुमारी अर्चना
पूर्णियाँ,बिहार
मौलिक रचना
१४/११/१७
Monday 13 November 2017
"वायरल"
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